Thursday, January 15, 2009


~~~~~~~तेरी राह मे ~~~~~~~~
कुछ तो है
तेरी राह मे
यूँ ही नहीं
चले आ रहे
दीवाने
चर्चा है राह
महफ़िल
यूँ नहीं बने
परवाने
तू शमा है
तो मे भी
परवाना
रस्मे रिवाजों को क्या करू
काम मेरा भी
तेरे चाह मे
जलजाना ....
~~~~पवन अरोडा~~~~